एमएसएमई क्या है?

एमएसएमई का मतलब सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम है, जो आमतौर पर वस्तुओं के निर्माण या सेवाओं से जुड़े  होते हैं।ये व्यावसायिक उद्यम देश के विकास की रीढ़ हैं।एमएसएमई निर्यात, रोजगार सृजन, इनोवेशन और उद्यमिता में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं और इस प्रकार से भारत का सामाजिक आर्थिक विकास सुनिश्चित होता है।

व्यावसायिक उद्यमों को उनके कारोबार और प्लांट एवं मशीनरी में निवेश केआधार पर बांटा गया है।

   प्रकारप्लांट एवं मशीनरी/उपकरण में निवेश सालाना टर्नओवर (भारतीय रुपयो में)
माइक्रो2.5  करोड़ रुपये से अधिक नहीं10  करोड़ रुपये से अधिक नहीं
स्मॉल25  करोड़ रुपये से अधिक नहीं100 करोड़ रुपये से अधिक नहीं
मीडियम125 करोड़ रुपये से अधिक नहीं500 करोड़ रुपये से अधिक नहीं

सोर्स

ऐसे सभी उद्यमों को उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना और 'उद्यम रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट' प्राप्त करना अनिवार्य है।

क्या होता है एमएसएमई लोन?

एमएसएमई लोन सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को व्यवसाय विस्तार, मशीनरी की खरीद, तकनीकी विकास और वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के लिए पैसे प्राप्त करने में सहायता करता है। ये लोन सिक्योर्ड या नॉन सिक्योर्ड के रूप में लिया जा सकता है। एस.के फाइनेंस लिमिटेड, जिसे आगे "कंपनी" कहा गया है, किसी अचल संपत्ति को सिक्योरिटी के रूप में रखते हुए सिक्योर्ड बिजनेस लोन देती है जिसमें बेहतर ब्याज दर, कम से कम दस्तावेजों और लोन चुकाने की बेहतर शर्तें शामिल हैं। 

एमएसएमई के ​​लिए उपलब्ध बिजनेस लोन के प्रकार

एमएसएमई को वित्तीय मामलों में सही निर्णय लेने में सहायता करने के लिए, उपलब्ध विभिन्न प्रकार के लोन को समझना महत्वपूर्ण है। एमएसएमई के ​​लिए उपलब्ध सामान्य प्रकार के बिजनेस लोन इस प्रकार हैं:

  • वर्किंग कैपिटल लोन
  • टर्म लोन
  • ओवरड्राफ्ट/कैश क्रेडिट सुविधा
  • इनवॉइस फाइनेंसिंग
  • लेटर ऑफ क्रेडिट

क्या होता है सिक्योर्ड बिजनेस लोन ?

सिक्योर्ड बिजनेस लोन एक फाइनेंस सुविधा है जिसमें लोन लेने वाले व्यवसाय विस्तार, पूंजी निवेश, तकनीक में बेहतरी और वित्तीय विकास के लिए पैसे प्राप्त करने के लिए संपत्ति, मशीनरी या फिक्स्ड डिपॉजिट जैसी असली संपत्तियों को गिरवी रखते हैं ।

अनसिक्योर्ड बिजनेस लोन क्या है?

अनसिक्योर्ड बिजनेस लोन बिना किसी गिरवी चीज के तुरंत वित्तीय सहायता प्रदान करता है। इसमें लोन चुकाने के बेहतर विकल्प और तुरंत स्वीकृति मिलती है, लेकिन लोन का जोखिम अधिक होने के कारण ब्याज दरें आमतौर पर ज्यादा होती हैं।

एमएसएमई को विस्तार के लिए सिक्योर्ड बिजनेस लोन लेने पर क्यों विचार करना चाहिए?

एमएसएमई को विस्तार के लिए सिक्योर्ड बिजनेस लोन लेने पर विचार करना चाहिए, इसके कई प्रमुख लाभ हैं:

  • किफायती विस्तार: कम ब्याज दरें इन्हें लंबे अवधि के निवेश के लिए किफायती बनाती हैं।
  • पूंजी तक आसान पहुंच:अधिकधनराशिमिलनेसेमहत्वपूर्णबुनियादीइंफ्रास्ट्रक्चर,  टेक्नोलॉजीयाप्रोडक्टलाइनमेंनिवेशसंभवहोपाताहै।
  • आसान भुगतान: लंबी री-पेमेंट अवधि व्यवसायों को आय चक्र के अनुसार भुगतान करने की सुविधा देती है, जिससे वित्तीय तनाव से बचा जा सके।
  • सरकारी सहायता:सीजीटीएमएसईजैसीपहलोंकाउपयोगसिक्योर्डलोनकेसाथकियाजासकताहै,  जिसमेंबेहतरशर्तेंमिलतीहैंऔरवित्तीयजोखिमकमहोताहै।

सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन में अंतर

सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन के बीच के अंतर को समझाने के लिए एक आसान टेबल यहां दी गई है:

मापदंडसिक्योर्ड बिजनेस लोनअनसिक्योर्ड बिजनेस लोन
सिक्योरिटी जमा कराने की आवश्यकताहांनहीं
लोन राशिज्यादासीमित राशि
ब्याज दरकम ब्याज दरज्यादा ब्याज दर
लोन चुकाने की अवधिलंबी अवधिछोटी अवधि
पात्रतासंपत्ति द्वारा समर्थितक्रेडिट स्कोर के अनुसार

लघु एवं मध्यम उद्यमों के लिए लोकप्रिय सरकारी योजनाएं

  • प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी):नए उद्यम स्थापित करने के लिए व्यक्तियों और छोटे व्यवसायों को वित्तीय सहायता प्रदान करके उद्यमिता को बढ़ावा देना।
  • मुद्रा लोन (प्रधानमंत्री मुद्रा योजना):यह योजना शिशु, किशोर और तरुण - इन तीन श्रेणियों के तहत सूक्ष्म और लघु व्यवसायों को बिना किसी गारंटी के लोन प्रदान करती है।
  • सीजीटीएमएसई (सूक्ष्म और लघु उद्यम के लिएक्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट): यह लोन देने वाली कंपनियों को बिना किसी गारंटी के लोन गारंटी प्रदान करता है,जिससे वित्तीय संस्थानों को छोटे व्यवसायों का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहन मिलता है।
  • पीएसएल (प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग):आरबीआईनेबैंकोंऔरगैर-सरकारी वित्तीय संस्थानों (एनबीएफसी) को अपने लोन का एक हिस्सा एमएसएमई जैसे क्षेत्रों कोआवंटित करने का आदेश दिया है, जिससे छोटे व्यवसायों को पर्याप्त और किफायती वित्तीय सहायता मिल सके।
  • उद्यम रजिस्ट्रेशन:यह एक सरकारी रजिस्ट्रेशन है जो एमएसएमई को एक स्पेशल आईडी प्रदान करता है और उन्हें सब्सिडी, कम ब्याज दर और आसान लोन जैसे लाभों तक पहुंच प्रदान करता है।

भारत में लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के सामने आने वाली चुनौतियां

  1. फाइनेंस और क्रेडिट तक पहुंच
  2. टेक्नोलॉजी से परिचय और डिजिटलीकरण
  3. बाजार प्रतिस्पर्धा और वैश्विक व्यापार बाधाएं
  4. कुशल कार्यबल की कमी
  5. अनुपालन और विनियामक मुद्दे

 

एस.के फाइनेंस जैसे फाइनेंसर एमएसएमई की मदद कैसे करते हैं

एस.के फाइनेंस लघु एवं मध्यम आकार के उद्यमों की अनूठी जरूरतों को समझता है।छोटे व्यवसायों के लिए हमारा सिक्योर्ड लोन इस प्रकार तैयार किया गया है कि यह निम्नलिखित लाभ प्रदान करता है:

  • बेहतर ब्याज दरें
  • तेज़ प्रक्रिया और वितरण
  • कम दस्तावेज़ीकरण

 

एमएसएमई के कैश साइकिल के अनुरूप लोन भुगतान की शर्तें

हमारा डिजिटल एप्लिकेशन प्रोसेस और तनाव मुक्त कस्टमर सर्विस, लोन लेने वाले नए ग्राहकों के लिए लोन प्राप्त करना आसान बनाता है।स्थानीय दुकानदार और छोटे पैमाने के फैक्ट्री मालिक या सर्विस देने वाले ग्राहकों ने हमारे सिक्योर्ड लोन के माध्यम से उत्पादन बढ़ाया है और नए बाजारहासिल किए हैं।

निष्कर्ष

भारत की अर्थव्यवस्था में छोटे एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और सरकारी सहायता से बिजनेस लोन अधिक सुलभ हो रहे हैं।सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड दोनों प्रकार के लोन इन उद्यमों को विकास औरआधुनिकीकरण में सहायता करते हैं।टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करके एमएसएमई मजबूत होते हैं और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान देते हैं।विस्तार के लिए तैयार व्यवसाय के लिए सिक्योर्ड लोन की संभावना तलाशनाएक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।

यदि आपका एमएसएमई विस्तार के लिए तैयार है, तो लोन लेने के अवसरों की तलाश करने का यही सही समय है।एक सिक्योर्ड लोन आपके व्यवसाय को छोटी से मजबूत श्रेणी में ले जाने वाला कदम हो सकता है।अपने बिजनेस के लिए लोन संबंधी आवश्यकताओं के लिए अच्छी शर्तों वालेलोन और ब्याज दरों पर चर्चा करने के लिए हमारी निकटतम शाखा में पधारें।

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